बिलासपुर। जिले की केंद्रीय जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा कैदी शनिवार को शाम जेल प्रहरियों को चकमा देकर भाग निकला। जेल प्रहरियों को खबर लगते तक वह परिसर से दूर जा चुका था। आसपास पतासाजी करने पर कोई खबर ना मिली। इसके उपरांत करीब ढाई घंटे के बाद पुलिस को जानकारी दी गई। पुलिस ने कैदी के खिलाफ केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। कैदी सत्यम दास महंत को 2016 में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रैक कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
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मिली जानकारी के अनुसार वह केंद्रीय जेल के बैरक के बाहर परिसर में गोशाला में पेंटिंग कर रहा था। कैदी सत्यम दास महंत जेल में रहते हुए पेंटिंग प्रशिक्षण हासिल कर चुका है और अब वह पेंटर बन गया था। जेल अधीक्षक आरआर राय के निर्देश पर गोशाला में उससे पेंटिंग कराई जा रही थी। इस दौरान जेल प्रहरी व उनकी देखरेख करने वाले लंबरदार इधर-उधर व्यस्त हो गए। तभी मौका पाकर उन्हें चकमा देते हुए सत्यम दास फरार हो गया।
जेल प्रहरियों को लगा की वह जेल के अंदर चला गया होगा। जेल गेट पूछताछ करने पर पता चला की वह अंदर नहीं आया है। जिसके बाद उसकी तालाश शुरू की गई। करीब आधे घंटे तक इधर-उधर उसकी खोजबीन करते रहे। कहीं पता नहीं चलने पर उसके फरार होने की सूचना जेल अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों को दी गई। खबर सुनकर जेल अफसरों के होश उड़ गए। उन्होंने जेल प्रहरियों को उसे ढूंढने के निर्देश दिए।
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आजीवन कारावास की सजा काट रहा कैदी सत्यम रायगढ़ जिले के छाल के महंतपारा का रहने वह है। उस पर नाबालिग लड़की को अपने दोस्तों के साथ जबरन भगाकर ले जाने के आरोप में धारा 363, 366, 368, 34 व पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। 15 फरवरी 2016 को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रैक कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। सत्यम 21 फरवरी 2016 से केंद्रीय जेल में सजा काट रहा था। पुलिस उसके संभावित ठिकानों की जानकारी एकत्रित कर उसकी पतासाजी कर रही है।