दिवाली के एक दिन पहले नरक चतुर्दशी का त्योहार मनाया जाता है। जिसे रूप चौदस भी कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन सुबह उठकर चेहरे और शरीर पर उबटन लगाने से रूप निखरता है। इस साल काफी सारे ग्रहों के संयोग से नरक चतुर्दशी और दिवाली का त्योहार एक ही दिन पड़ रहा है। तो अगर आप रूप चौदस की परंपरा को निभाने के लिए सुबह उठकर उबटन का लेप चेहरे पर लगाना चाहती हैं। तो इन उबटन को बनाएं। अपने चेहरे की प्रकृति के अनुसार इनमे से कोई भी उबटन आप लगाकर रूप को निखार सकती हैं। तो चलिए जानें कौन से उबटन त्वचा को कौन से फायदे पहुंचाएंगे।
- त्वचा पर उबटन लगाने से पहले पैच टेस्ट करना जरूरी है। पैच टेस्ट करने के लिए कान के पीछे वाली त्वचा पर थोडा सा उबटन लगाकर देखें। अगर उबटन का कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ता है तो आप इसे चेहरे पर आसानी से लगा सकती हैं।
- एक चम्मच बेसन में एक चम्मच दही, हल्दी चुटकीभर और तीन से चार बूंद नींबू के रस की मिलाकर पेस्ट तैयार करें। इस लेप को चेहरे पर लगाकर सूखने दें। जब ये सूखने लगे तो हल्के हाथों से रगड़कर इस उबटन को छुड़ाएं। ये उबटन त्वचा को कांतिमय और खूबसूरत बनाने में मदद करेगा।
- हल्दी की गांठ को लेकर छाछ में भिगो दें। करीब पांच से छह घंटे बाद जब हल्दी की गांठ फूल जाए तो इसे पीस लें। इस पेस्ट को चेहरे पर लगाने से रंगत में निखार आता है। यह ध्यान रखें कि कभी भी उबटन को पूरी तरह से सूखने ना दें। हल्का सा गीला रहने पर ही उबटन को छुड़ा लें।
- अगर चेहरे पर कील-मुंहासे बहुत ज्यादा परेशान करते हैं तो रूप चौदस के दिन दही में नीम की पत्तियों को पीसकर मिला लें। फिर इसे चेहरे पर लगाएं। अगर आपको नीम की पत्तियां नहीं मिल रही हैं तो आप तुलसी की पत्तियों को भी मिलाकर लेप तैयार कर सकती हैं। ये लेप चेहरे पर लगाने से कील-मुंहासों से छुटकारा मिल जाएगा।
- एक चम्मच आटे का चोकर लें। साथ में चावल का आटा लें। इन दोंनों को मिलाकर इसमे पुदीने की पत्तियां और गुलाब जल मिलाएं। इस लेप को चेहरे पर लगाने से रूखी त्वचा से छुटकारा मिलता है। साथ ही त्वचा मुलायम बनती है।